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मन में दीप जलाना

कितनी भी मुश्किल आ जाए जरा नहीं घबरानाआशा और विश्वास का बच्चों मन में दीप जलानापरीक्षाएं आती हैं, वे तो रोज- रोज आएंगीलेकिन जीवन जीने का तुमको पाठ सिखलाएंगीपरीक्षा के दबाव में बच्चों तुम बिल्कुल न आनाहिम्मत और साहस का अपने मन में दीप जलाना इम्तिहान में अव्वल आने का दबाव तुम पर आएगासबसे ऊपर … Read more

शोर मचाकर कहते हो

शोर मचा कर कहते रहो,खुद के लिए ही खुद से डरते रहो,लाख सच्चाई छुपी हो मन में,अपनी पहचान के लिए लड़ते रहो! भीड़ बड़ी है इस जग में अब,मुश्किल पड़ी जब कोई दिखे ना तब,बन जाए जब कोई गैर फरिश्ता,कुछ ही पल में पूछ बैठे हम,बताओ ज़रा तुम, कौन हो अब! मन में है एक … Read more

एक अच्छा शिक्षक जीवन में नैतिकता और अनुशासन सिखाता है..

एक अच्छा शिक्षक सकारात्मक शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देकर, प्रभावी अनुशासनात्मक रणनीतियों को अपनाकर और सामाजिक-भावनात्मक शिक्षण सिद्धांतों को एकीकृत करके छात्रों को अनुशासन और नैतिकता सिखाता है। यह दृष्टिकोण पारंपरिक दंडात्मक उपायों से आगे बढ़कर छात्रों में आत्म-जागरूकता, ज़िम्मेदार निर्णय लेने की क्षमता और एक मज़बूत नैतिक दिशा-निर्देश विकसित करता है। शैक्षिक संदर्भ में … Read more

शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस गुरुओं के सम्मान में जग करता अभिनंदन,ज्ञान दीप जलाकर मिटाते अज्ञान का बंधन। ऋषि-दरबारों से चली यह परंपरा महान,सदियों से गुरु देते आए जीवन का ज्ञान। द्रोणाचार्य से अर्जुन ने पाया धनुष विद्या का सार,चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को बनाया इतिहास का आधार। श्रीकृष्ण बने अर्जुन के सारथी और गुरु,गीता का उपदेश कर मिटाया … Read more

धर्म रक्षक संस्कृति

भारतवर्ष संसार की सभ्यता का आदि भंडारण हैयहां का जीवन सरल, सहज, सुलभ व प्राचीन है।देश श्रद्धा, भक्ति, विश्वास व निश्चय से भरा हुआ हैसंस्कार, संस्कृति, और ज्ञान विज्ञान के शिखर पे है। भारतवर्ष का सम्मान, प्रतिष्ठा हिंदू धर्म में निहित हैहिंदू धर्म यानि मानवीयता का गौरव, मान आदर्श है।मानव की शाश्वत आशाएं है, संत … Read more

प्रेम जीवन का आधार

प्रेम ही है सभी संबंधों का आधार, प्रेम से ही प्रदर्शित होता है हमारा व्यवहार, प्रेम ने हमारे जीवन को कई रूपों में स्पर्श किया है- प्रेम जब माता-पिता से हुआ तो श्रवण कुमार जैसा लाल हुआ। पितृ-प्रेम में तो वनवास भी स्वीकार हुआ। भ्राता-प्रेम में त्याग सब वैभव किया। मित्र-प्रेम में ही श्री कृष्ण … Read more

बचपन की बारिश बारिश की बूंदों में कुछ भीगा सा एक बचपन रह गया है,काग़ज़ की नावों में डूबा सपना सा जीवन रह गया है। टप-टप की आवाज़ों में जो राग था मिट्टी की कहानी,वो गीत अधूरा सा, कोई भूला सा आलम रह गया है। छत की मुंडेरें, वो भीगती साँझें, वो मासूम शरारतें,सब वक़्त … Read more

“मैं आज़ाद हूँ…!”

न ज़ंजीरों की खनक रही,न हुक्म की वो सदा रही,अब साँसों में जो बह रहा,वो हवाओं में वतन की दुआ रही। मैं आज़ाद हूँ…पर ये आज़ादी यूँ ही नहीं आई,किसी ने घर छोड़ा, किसी ने जान गंवाई,माँ की ममता ने बेटे की चिता सजाई,तब जाकर ये सुबह मुस्कुराई। बूटों की धमक जो डराती थी,अब धरती … Read more

शिव त्रिशूल (हाइकु)

शस्त्र त्रिशूलआध्यात्मिक प्रतीकशिव कर में शिव त्रिशूलसत्य की पराकाष्ठाकलियुग में डगमग जगआस्था विहीन मनत्रिशूल जाने पूजे त्रिशूलभक्त हो अभिमानीये जग जाने तीन धाराएँउत्पत्ति स्थति लयतेज त्रिशूल दिव्य स्वरूपत्रिकाल है त्रिशूलभक्त निमित्त धर्म त्रिशूलसनातनी ही जानेजो हैं दिवानेलेखिका लीना शारदाजकार्ता इंडोनेशिया नाम :लीना शारदाशिक्षा : एम.ए ,.बी. एडजन्मस्थान : नई दिल्लीवर्तमान निवास :जकार्ता इंडोनिशियाविधाएँ :कविता,संस्मरण ,लघुकथा … Read more

मृदु रिश्तों के झंकार

भगवन! देखो तो तुमने यहकैसा संसार बसाया है?लोभ मोह में जग डूबा है,अपने खून ने अपनों को सताया है! निकल गए मेरे सपने अनंतसावन भी बीत गयाकिन्तु प्रफुल्लित,अपनों ने कभी मुझे होने न दिया कलियुग का कौशल दिखलाने कोभगवन आपने ऐसे रिश्ते बनाएँ हैंया निज कर्मों के लेखा जोखाने मुझे ऐसे अपनों से मिलवाए हैं … Read more

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