प्रेम जीवन का आधार
प्रेम ही है सभी संबंधों का आधार, प्रेम से ही प्रदर्शित होता है हमारा व्यवहार, प्रेम ने हमारे जीवन को कई रूपों में स्पर्श किया है- प्रेम जब माता-पिता से हुआ तो श्रवण कुमार जैसा लाल हुआ। पितृ-प्रेम में तो वनवास भी स्वीकार हुआ। भ्राता-प्रेम में त्याग सब वैभव किया। मित्र-प्रेम में ही श्री कृष्ण … Read more