Latest News

शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस गुरुओं के सम्मान में जग करता अभिनंदन,ज्ञान दीप जलाकर मिटाते अज्ञान का बंधन। ऋषि-दरबारों से चली यह परंपरा महान,सदियों से गुरु देते आए जीवन का ज्ञान। द्रोणाचार्य से अर्जुन ने पाया धनुष विद्या का सार,चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को बनाया इतिहास का आधार। श्रीकृष्ण बने अर्जुन के सारथी और गुरु,गीता का उपदेश कर मिटाया … Read more

धर्म रक्षक संस्कृति

भारतवर्ष संसार की सभ्यता का आदि भंडारण हैयहां का जीवन सरल, सहज, सुलभ व प्राचीन है।देश श्रद्धा, भक्ति, विश्वास व निश्चय से भरा हुआ हैसंस्कार, संस्कृति, और ज्ञान विज्ञान के शिखर पे है। भारतवर्ष का सम्मान, प्रतिष्ठा हिंदू धर्म में निहित हैहिंदू धर्म यानि मानवीयता का गौरव, मान आदर्श है।मानव की शाश्वत आशाएं है, संत … Read more

प्रेम जीवन का आधार

प्रेम ही है सभी संबंधों का आधार, प्रेम से ही प्रदर्शित होता है हमारा व्यवहार, प्रेम ने हमारे जीवन को कई रूपों में स्पर्श किया है- प्रेम जब माता-पिता से हुआ तो श्रवण कुमार जैसा लाल हुआ। पितृ-प्रेम में तो वनवास भी स्वीकार हुआ। भ्राता-प्रेम में त्याग सब वैभव किया। मित्र-प्रेम में ही श्री कृष्ण … Read more

बचपन की बारिश बारिश की बूंदों में कुछ भीगा सा एक बचपन रह गया है,काग़ज़ की नावों में डूबा सपना सा जीवन रह गया है। टप-टप की आवाज़ों में जो राग था मिट्टी की कहानी,वो गीत अधूरा सा, कोई भूला सा आलम रह गया है। छत की मुंडेरें, वो भीगती साँझें, वो मासूम शरारतें,सब वक़्त … Read more

“मैं आज़ाद हूँ…!”

न ज़ंजीरों की खनक रही,न हुक्म की वो सदा रही,अब साँसों में जो बह रहा,वो हवाओं में वतन की दुआ रही। मैं आज़ाद हूँ…पर ये आज़ादी यूँ ही नहीं आई,किसी ने घर छोड़ा, किसी ने जान गंवाई,माँ की ममता ने बेटे की चिता सजाई,तब जाकर ये सुबह मुस्कुराई। बूटों की धमक जो डराती थी,अब धरती … Read more

शिव त्रिशूल (हाइकु)

शस्त्र त्रिशूलआध्यात्मिक प्रतीकशिव कर में शिव त्रिशूलसत्य की पराकाष्ठाकलियुग में डगमग जगआस्था विहीन मनत्रिशूल जाने पूजे त्रिशूलभक्त हो अभिमानीये जग जाने तीन धाराएँउत्पत्ति स्थति लयतेज त्रिशूल दिव्य स्वरूपत्रिकाल है त्रिशूलभक्त निमित्त धर्म त्रिशूलसनातनी ही जानेजो हैं दिवानेलेखिका लीना शारदाजकार्ता इंडोनेशिया नाम :लीना शारदाशिक्षा : एम.ए ,.बी. एडजन्मस्थान : नई दिल्लीवर्तमान निवास :जकार्ता इंडोनिशियाविधाएँ :कविता,संस्मरण ,लघुकथा … Read more

मृदु रिश्तों के झंकार

भगवन! देखो तो तुमने यहकैसा संसार बसाया है?लोभ मोह में जग डूबा है,अपने खून ने अपनों को सताया है! निकल गए मेरे सपने अनंतसावन भी बीत गयाकिन्तु प्रफुल्लित,अपनों ने कभी मुझे होने न दिया कलियुग का कौशल दिखलाने कोभगवन आपने ऐसे रिश्ते बनाएँ हैंया निज कर्मों के लेखा जोखाने मुझे ऐसे अपनों से मिलवाए हैं … Read more

देवी ही संपूर्ण ब्रह्मांड की रचना, पालन और संहार करने वाली मूल शक्ति : आचार्य महामंडलेश्वर

देवी भागवत महापुराण कथा के पाँचवें और छठे स्कंध का दिव्य वाचनअजमेर।प्रेम प्रकाश आश्रम, चौरसिया वास रोड, वैशाली नगर में चल रही श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा में रविवार को चौथे दिन कथा व्यास महानिर्वाणी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती जी महाराज ने उपस्थित भक्तों को पंचम और षष्ठम स्कंध का दिव्य रसपान … Read more

।।आपकी यादो में।।

टूट के बिखर गई आपके यादो में,फिर से तड़प गई आपके यादों में,आज फिर आपको देखने की चाहत हुई,और आँखें भर गई आपकी यादो में।। वो कसमें-वादे, हंसना-रोना, रुठना-मनाना,हर वो लम्हें याद आने लगे जब,डरते एक-दुसरे का साथ खोने में,फिर कब हांथ छूटा हमारा साथ छूटा,यही सोच बैठी हूँ तन्हा कोने में,पर मैं नहीं आती … Read more

नारी व्यथा

नारी व्यथा मैं चिड़िया हूँ उन्मुक्त गगन की,लेकिन उड़ न पाती हूँ,सारा दिन दिल मचलाता रहता,पर घूम कहां मैं पाती हूँ। मैं चिड़िया …….. कहते सब आजाद हो तुम,पर आजाद कहाँ रह पाती हूँ,मन की गाथा मन में गाकर,मन ही मन मुस्काती हूँ। मैं चिड़िया …….. कहने को ये गगन हमारा,पर देख कहां मैं पाती … Read more

error: Content is protected !!