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बचपन की बारिश बारिश की बूंदों में कुछ भीगा सा एक बचपन रह गया है,काग़ज़ की नावों में डूबा सपना सा जीवन रह गया है। टप-टप की आवाज़ों में जो राग था मिट्टी की कहानी,वो गीत अधूरा सा, कोई भूला सा आलम रह गया है। छत की मुंडेरें, वो भीगती साँझें, वो मासूम शरारतें,सब वक़्त … Read more

“मैं आज़ाद हूँ…!”

न ज़ंजीरों की खनक रही,न हुक्म की वो सदा रही,अब साँसों में जो बह रहा,वो हवाओं में वतन की दुआ रही। मैं आज़ाद हूँ…पर ये आज़ादी यूँ ही नहीं आई,किसी ने घर छोड़ा, किसी ने जान गंवाई,माँ की ममता ने बेटे की चिता सजाई,तब जाकर ये सुबह मुस्कुराई। बूटों की धमक जो डराती थी,अब धरती … Read more

शिव त्रिशूल (हाइकु)

शस्त्र त्रिशूलआध्यात्मिक प्रतीकशिव कर में शिव त्रिशूलसत्य की पराकाष्ठाकलियुग में डगमग जगआस्था विहीन मनत्रिशूल जाने पूजे त्रिशूलभक्त हो अभिमानीये जग जाने तीन धाराएँउत्पत्ति स्थति लयतेज त्रिशूल दिव्य स्वरूपत्रिकाल है त्रिशूलभक्त निमित्त धर्म त्रिशूलसनातनी ही जानेजो हैं दिवानेलेखिका लीना शारदाजकार्ता इंडोनेशिया नाम :लीना शारदाशिक्षा : एम.ए ,.बी. एडजन्मस्थान : नई दिल्लीवर्तमान निवास :जकार्ता इंडोनिशियाविधाएँ :कविता,संस्मरण ,लघुकथा … Read more

मृदु रिश्तों के झंकार

भगवन! देखो तो तुमने यहकैसा संसार बसाया है?लोभ मोह में जग डूबा है,अपने खून ने अपनों को सताया है! निकल गए मेरे सपने अनंतसावन भी बीत गयाकिन्तु प्रफुल्लित,अपनों ने कभी मुझे होने न दिया कलियुग का कौशल दिखलाने कोभगवन आपने ऐसे रिश्ते बनाएँ हैंया निज कर्मों के लेखा जोखाने मुझे ऐसे अपनों से मिलवाए हैं … Read more

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